गुजरे बारह महीनों का हाल मैं बस यूं ही लिखने लगी। नए साल का स्वागत करती जोशीली जनवरी क गुजरे बारह महीनों का हाल मैं बस यूं ही लिखने लगी। नए साल का स्वागत करती जोशील...
तमन्ना भी अधूरी हैं,ख़्वाब भी अधूरे हैं ये सब तब यहां पर होंगे साखी पूरे हैं। तमन्ना भी अधूरी हैं,ख़्वाब भी अधूरे हैं ये सब तब यहां पर होंगे साखी पूरे हैं।
जो साल चला गया उसकी क्या सोचे अब, २०२२ की शुरुआत बेहतरीन होनी चाहिए। जो साल चला गया उसकी क्या सोचे अब, २०२२ की शुरुआत बेहतरीन होनी चाहिए।
अशांत कोलाहल की जिंदगी से दूर शांति का दूत बनेगाI अशांत कोलाहल की जिंदगी से दूर शांति का दूत बनेगाI
रिश्ते ये सजीव हैं जिंदगी के रास्ते, माना कुछ अजीब हैं। रिश्ते ये सजीव हैं जिंदगी के रास्ते, माना कुछ अजीब हैं।
भैया बहना का प्यार आज भी अनमोल है। भैया बहना का प्यार आज भी अनमोल है।